nano wireless

नैनो वायरलेस रिसीवर कैसे किसी ब्लूटूथ या अन्य USB रिसीवर से अलग है ?

एक नैनो वायरलेस रिसीवर एक यूएसबी डिवाइस है जो आपको अपने वायरलेस माउस और कीबोर्ड जैसे उपकरणों को अपने कंप्यूटर से जोड़ने के काम आता है। वे बिल्कुल स्टैण्डर्ड यूएसबी रिसीवर के समान हैं, फर्क केवल इतना ही है की ये छोटा और अधिक सुविधाजनक हैं। मार्किट में विभिन्न प्रकार के नैनो वायरलेस रिसीवर हैं।

नैनो रिसीवर vs ब्लूटूथ (BLUETOOTH)

कुछ ब्लूटूथ रिसीवर नैनो रिसीवर होते हैं, लेकिन सभी नैनो रिसीवर ब्लूटूथ तकनीक का उपयोग नहीं करते हैं। ब्लूटूथ रिसीवर 2.4 GHz बैंड रेडियो संचार का उपयोग करते हैं और कई उपकरणों को एक साथ जोड़ने में सक्षम हैं, यही कारण है कि उन्हें (unifying devices) “एकीकृत उपकरण” कहा जाता है। ब्लूटूथ पर एक साथ जुड़े डिवाइस एक पिकोनेट बनाते हैं, इसलिए ऐसे रिसीवर को कभी-कभी यूएसबी पिको रिसीवर कहा जाता है।

Piconet : पिकोनेट एक ऐसा नेटवर्क है जो कुछ समय के लिए बनता है। जो ब्लूटूथ के माध्यम से यूजर के अलग – अलग उपकरणों को एक नेटवर्क में जोड़ता है। इसका रेंज मात्र 10m के रेडियस तक ही सिमित है। कुछ (non-Bluetooth) गैर-ब्लूटूथ नैनो वायरलेस रिसीवर एक (frequency) आवृत्ति पर काम करते हैं। वे केवल विशिष्ट उपकरणों के साथ काम कर सकते हैं, जैसे कि कीबोर्ड या माउस जिसके साथ वे पैक किए गए थे।

USB यूएसबी vs नैनो रिसीवर

नैनो वायरलेस रिसीवर के आने से पहले, यूएसबी रिसीवर एक सामान्य यूएसबी फ्लैश ड्राइव के आकार जैसे बड़े हुआ करते थें। वे देखने में अच्छे नहीं लगते थें जब कभी हम उन्हें एक लैपटॉप या कंप्यूटर के यूएसबी पोर्ट में लगाते थे तोह वो काफी बड़े सामान्य यूएसबी फ्लैश ड्राइव जैसे किनारे से बाहर निकले रहते थे, जिससे असुविधा होती थी। यूजर को प्रत्येक उपयोग के बाद उन्हें प्लग इन करना और हटाना पड़ता था, जिससे रिसीवर के खो जाने या क्षतिग्रस्त होने की संभावना भी बढ़ जाती थी।

दूसरी ओर, नैनो वायरलेस रिसीवर, लैपटॉप या कंप्यूटर के पोर्ट में हर समय छोड़े जाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। वे अक्सर इतने छोटे होते हैं कि उनपर ध्यान नहीं जाता और ये देखने में खराब नही लगते हैं। चूंकि वे कंप्यूटर के किनारे में आसानी से फिट हो जाते हैं, और काफी छोटे होते हैं तो इनसे यूएसबी पोर्ट के क्षतिग्रस्त होने की चिंता किए बिना आप लैपटॉप को बैग में या फिर लैपटॉप के कवर में दाल कर आसानी से रख सकते हैं।

अब जो आप जान गए हैं नैनो वायरलेस रिसीवर क्या है। तो इसके उपयोग से कैसे वायरलेस कीबोर्ड बनता है ? यह जानने के लिए ये ब्लॉग पढ़े। दिए गए लिंक पर क्लिक करें : वायरलेस कीबोर्ड क्या है ? वायरलेस कीबोर्ड कैसे काम करता है ?

Leave a Reply